45000 करोड़ की अदाणी पोर्ट्स को मिली मंजूरी: निवेशकों के लिए बड़ी खबर

Adani Group Expansion

अदाणी समूह ने गुजरात के मुंद्रा में दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने की योजना बनाई है, जिसमें ग्रीन एनर्जी उत्पादन यूनिटों में इस्तेमाल होने वाली लगभग सभी चीजों का उत्पादन होगा।

मुंद्रा पोर्ट की नई क्षमता

अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (APSEZ) ने 45,000 करोड़ रुपये के निवेश से मुंद्रा बंदरगाह की क्षमता को दोगुना से ज्यादा बढ़ाने के लिए पर्यावरणीय और तटीय रेग्युलेशन से संबंधित मंजूरी हासिल कर ली है। यह खबर 17 जून को इकोनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित हुई।

मुंद्रा पोर्ट का महत्व

मुंद्रा पहले से ही भारत में किसी भी पोर्ट द्वारा अब तक के सबसे ज्यादा वॉल्यूम को हैंडल कर चुका है। अदाणी समूह आगामी और चल रही परियोजनाओं के लिए बड़े निवेश पर काम कर रहा है।

APSEZ का दावा

APSEZ का दावा है कि वित्त वर्ष 2025 में अकेले मुंद्रा पोर्ट 200 MMT कार्गो वॉल्यूम के आंकड़े को पार करने के लिए तैयार है। अदाणी के भारत के वॉल्यूम में अभी भी मुंद्रा पोर्ट का दबदबा है, जिसने वित्त वर्ष 2024 के अंत में कार्गो वॉल्यूम में 44% का योगदान दिया।

पर्यावरण मंत्रालय की मंजूरी

APSEZ ने मुंद्रा पोर्ट की क्षमता बढ़ाने की अनुमति के लिए पर्यावरण मंत्रालय की एक्सपर्ट अप्रेजल कमेटी (EAC) के समक्ष आवेदन किया था। EAC ने 15 मई 2024 को हुए विस्तृत विचार-विमर्श के बाद पर्यावरण और CRZ मंजूरी के लिए प्रस्ताव की सिफारिश की।

भारत में विस्तार योजनाएं

भारत में APSEZ की विस्तार योजनाओं में मुंद्रा पोर्ट्स की बड़ी भूमिका है। वित्त वर्ष 2024 में, APSEZ ने भारत के कुल कार्गो का लगभग 27% और कंटेनर कार्गो का 44% हिस्सा हैंडल किया था।

वित्त वर्ष 2025 के गाइडेंस

अदाणी पोर्ट द्वारा जारी गाइडेंस के मुताबित वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का कार्गो वॉल्यूम 460-480 MMT, रेवेन्यू 29,000-31,000 करोड़ रुपये, EBIDTA 17,000-18,000 करोड़ रुपये, नेट डेट टू EBITDA 2.2-2.5 गुना और कैपेक्स 10,500-11,500 करोड़ रुपये रह सकता है।

APSEZ की तैयारी

APSEZ के होल टाइम डायरेक्ट और सीईओ अश्विनी गुप्ता ने मई 2024 की शुरुआत में जारी आय रिपोर्ट में कहा था कि एपीएसईजेड 2025 में 500 MMT कार्गो वॉल्यूम हासिल करने के लिए अच्छी तरह से तैयार है।

रिन्यूएबल एनर्जी हब

अदाणी समूह की योजना गुजरात के मुंद्रा में दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने की भी है, जिसमें ग्रीन एनर्जी उत्पादन यूनिटों में इस्तेमाल होने वाली लगभग सभी चीजों का उत्पादन होगा। इनमें पॉलीसिलिकॉन, इन्गोट्स, वेफर्स, सेल, सोलर मॉड्यूल और यहां तक ​​कि विंड टर्बाइन भी शामिल हैं।

Disclaimer: हम किसी भी नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं हैं और हम सेबी पंजीकृत नहीं हैं।

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